पहाड़ी सर्पिले रास्ते ,एक ओर पहाड़ तो एक ओर गहरी खाई। बस की गति धीमी थी।…
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यायावर मन अकुलाया-11 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
आबूरोड अम्बेजी का दर्शन-मैंने उस दुग्ध धवल संगमरमर के अद्वितीय मंदिर के दर्शन किये जिसे देखने…
यायावर मन अकुलाया-10 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
राजस्थान के मेवाड़ क्षेत्र की प्राचीन राजधानी चित्तौड़गढ़ जिसके माथे पर चित्तौड़ दुर्ग स्थित हैं यह…
यायावर मन अकुलाया-9 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
सांवरिया सेठ शीशे की मीनाकारी वाला रंग-बिरंगा प्रकाश वलय ,सुनहरे वस्त्र, सिर पर मोरपंख ,कानों में…
यायावर मन अकुलाया-8 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
सबसे पहले हम लोग मध्यप्रदेश की व्यवसायिक राजधनी होल्करों के गौरव की साक्षी, वीर शिरोमणि मल्हारराव…
यायावर मन अकुलाया-7 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
विश्व प्रसिद्ध मांडू, धार से 35 किलो मीटर दूर है। समुद्र तल से इसकी ऊँचाई लगभग…
यायावर मन अकुलाया-6 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
किले की नक्काशीदार दीवारों का दीदार करते हम आगे बढ़े । दीवारों पर हाथियों की जीवंत…
यायावर मन अकुलाया-5 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
हमारे सामने प्राचीन स्थापत्य कला का अप्रतीम उदाहरण था । पाँच मंजिला मंदिर जिसमें चौथे ज्योर्तिलिंग…
यायावर मन अकुलाया-4 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
एक मनोहारी छवि हमारे सम्मुख थी। उन्हें नीला बहुमूल्य वस्त्र ओढ़ा दिया गया। चांदी की कटोरी…
यायावर मन अकुलाया-2 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी
यायावर मन अकुलाया-2 (यात्रा संस्मरण)-तुलसी देवी तिवारी महाकाल का दर्शन (महाकालेश्वर, उज्जैन) प्रातः के सवा आठ…