भारत एक सशक्त एवं समृद्ध राष्ट्र है। राष्ट्र एक शाश्वत अवधारणा है। पंडित जवाहर लाल नेहरू…
Category: समसमायिक
हास्य-व्यंग्य आलेख: मीठी कड़वीं बातें-प्राे. अर्जुन दूबे
मेरे मित्र ने मुझसे प्रश्न किया कि एक पुरूष के लिए सबसे कठिन चुनौतीभरा कार्य और…
लघु व्यंग्य आलेख:प्रतिमान के बहाने यथार्थ का चित्रण
'प्रतिमान के बहाने यथार्थ का चित्रण' में डॉ. अर्जुन दूबे का तीन लघु व्यंग्य आलेख प्रकाशित…
हरेली त्यौहार पर निबंध
छत्तीसगढ़ संस्कृति में त्यौहारों, पर्वो का विशेष महत्व है । इन त्यौहारों के क्रम में पहला…
हरेली:धरती के श्रृंगार का पर्व-डॉ. अशोक आकाश
हरियाली अमावस्या को छत्तीसगढ़ में हरेली के नाम से जाना जाता है । इसे एक पर्व…
व्यंग्य आलेख:आंदोलन एक मिथ अथवा यथार्थ- अर्जुन दूबे
इस व्यंग्य आलेख में अंग्रेज लेखक जार्ज ओरवेल का 'एनिमल फार्म' नाम के उपन्यास के कथानक…
राष्ट्र, जीवन और मूल्यों पर कवितायेँ-प्रो रवीन्द्र प्रताप सिंह
आजादी के अमृत महोत्सव के संदर्भ में प्रस्तुत है प्रो रवीन्द्र प्रताप सिंह रचित कविताएं राष्ट्र,…
भूमि अतिक्रमण एक गंभीर चुनौती
जल संरक्षण और पर्यवरण संरक्षण हेतु सरकार के साथ -साथ कई-कई सामाजिक संस्थाओं के द्वारा सतत…
मानसून का मनोहारी दृश्य, जीवन को मनोहर बनाता है
मानसून की फुहारों से धरती की सतह नाच उठी है । चिड़ियां घोसले में फुदकने में लगे…
लघु व्यंग्य आलेख: आंखे खोलो -डॉ अर्जुन दूबे
केवल अपनी ही सोचोगे, परिवार की कोई चिंता नहीं? पहले मेरे कार्य तो देखो! केवल परिवार…